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by Dekho Info 27 February, 2025 0 Comment 7 Views

Khatu Shyam Lakhi Mela 2025: खाटू श्याम लक्खी मेला 2025 भक्ति और आस्था का संगम

खाटू श्याम लक्की मेला 2025: भक्ति और आस्था का संगम

परिचय

खाटू श्याम जी का लक्की मेला प्रतिवर्ष फाल्गुन महीने में राजस्थान के सीकर जिले में आयोजित किया जाता है। यह मेला भक्तों के लिए श्रद्धा और आस्था का केंद्र होता है, जहाँ लाखों श्रद्धालु बाबा श्याम के दर्शन के लिए आते हैं। 2025 में यह मेला और भी भव्य रूप में आयोजित होने वाला है।

खाटू श्याम मंदिर का महत्व

खाटू श्याम जी को भगवान श्रीकृष्ण का अवतार माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि महाभारत युद्ध के दौरान उन्होंने श्रीकृष्ण को अपना शीश समर्पित कर दिया था, जिसके बदले में उन्हें वरदान मिला कि कलियुग में वे श्याम नाम से पूजे जाएंगे।

लक्खी मेले की तिथियां और कार्यक्रम

मेला आयोजन तिथि

खाटू श्याम लक्खी मेला 2025 फाल्गुन शुक्ल पक्ष के दौरान आयोजित होगा। संभावित तिथियां इस प्रकार हैं:
  • शुभारंभ: 28 फ़रवरी 2025
  • समापन: 11 मार्च 2025

मुख्य आकर्षण

  • बाबा श्याम के विशेष दर्शन
  • संकीर्तन और भजन संध्या
  • निशान यात्रा (विशेष झंडा यात्रा)
  • विशाल भंडारा
  • भव्य श्याम झांकी और शोभायात्रा

कैसे पहुंचे खाटू श्याम धाम?

खाटू श्याम जी का मंदिर राजस्थान के सीकर जिले में स्थित है। यहाँ पहुँचने के लिए कई साधन उपलब्ध हैं:
  • वायुमार्ग: निकटतम हवाई अड्डा जयपुर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (100 किमी दूर)

  • रेलमार्ग: रींगस रेलवे स्टेशन (18 किमी दूर)

  • सड़क मार्ग: दिल्ली, जयपुर और अन्य शहरों से सीधी बस और टैक्सी सेवा उपलब्ध है।

    दर्शन प्रक्रिया और व्यवस्था

    मेले के दौरान मंदिर में लाखों श्रद्धालु आते हैं, इसलिए विशेष दर्शन व्यवस्था की जाती है:
    • VIP दर्शन: ऑनलाइन बुकिंग के माध्यम से विशेष दर्शन सुविधा।

    • सामान्य दर्शन: लंबी कतारों में दर्शन की पारंपरिक प्रक्रिया।

    • निशान यात्रा: भक्त पैदल यात्रा कर मंदिर तक पहुँचते हैं।

      रहने और खाने की व्यवस्था

      • धर्मशालाएँ और होटल: श्रद्धालुओं के लिए कई धर्मशालाएँ और होटल उपलब्ध हैं।
      • भंडारा: पूरे मेले के दौरान निशुल्क प्रसाद एवं भोजन की व्यवस्था रहती है।

        निष्कर्ष

        खाटू श्याम लक्खी मेला 2025 भक्तों के लिए एक दिव्य और आध्यात्मिक यात्रा का अवसर है। यह मेला न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। यदि आप भी बाबा श्याम के दर्शन करने की योजना बना रहे हैं, तो अभी से अपनी तैयारी शुरू कर दें। बाबा श्याम का आशीर्वाद सभी पर बना रहे। जय श्री श्याम! हारे का सहारा बाबा श्याम!
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